लोकसभा में सुरक्षा चूक के बाद 8 सुरक्षाकर्मी निलंबित, सांसदों के जांच के लिए उतरवाए जूते
New Delhi: लोकसभा सचिवालय ने सुरक्षा चूक को लेकर गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया, जिसके कारण बुधवार को संसद में एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन हुआ था. सुरक्षा उल्लंघन 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर हुआ.
बुधवार की सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्षी सांसदों ने इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कल सदन में जो कुछ हुआ उससे हम सभी चिंतित हैं. सदन की सुरक्षा लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही 13 दिसंबर को सुरक्षा चूक की घटना के बाद संसद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मकर द्वार से केवल सांसदों को ही संसद भवन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है और भवन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के जूते उतरवाकर भी उनकी गहन जांच की जा रही है.
बता दें कि कल की सुरक्षा चूक की घटना पर लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “कल जो घटना हुई, उसकी सबने निंदा की है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा अध्यक्ष ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं. हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है, इस प्रकार से संसद में अराजक स्थिति पैदा करना उचित नहीं है.”
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा, “यह एक खुफिया विफलता है और हम मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद करते हैं. गृह मंत्री अमित शाह को जवाब देना चाहिए, क्योंकि दिल्ली पुलिस और सभी सुरक्षा एजेंसियां उन्हें रिपोर्ट करती हैं. वह इससे भाग नहीं सकते. भाजपा सांसद सिम्हा ने इन दोषियों को पास मुहैया कराए, इसके पीछे बहुत गहरी साजिश है और उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए.”
यह कदम मनोरंजन और सागर शर्मा को लोकसभा में घुसने और दर्शक दीर्घा से कूदने और अपने जूतों में छिपाए गए धुएं के डिब्बे खोलने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद अपनाया गया था. सुरक्षाकर्मियों ने मीडिया के लिए नए संसद भवन के ‘मकर द्वार’ से लगभग 50-60 मीटर की दूरी पर खड़े होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
गृह मंत्रालय के अनुसार, जांच समिति संसद की सुरक्षा में सेंध के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी. गृह मंत्रालय ने कहा, “समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.”