साहित्य अकादमी कार्यकारिणी के चुनाव में  नए अध्यक्ष बने माधव कौशिक, प्रो. कुमुद शर्मा उपाध्यक्ष चुनी गईं

 

Sahitya Akademi: साहित्य अकादमी कार्यकारिणी के चुनाव में माधव कौशिक को अध्यक्ष और प्रो. कुमुद शर्मा को उपाध्यक्ष चुना गया है. शनिवार 11 मार्च को नई दिल्ली स्थित रवींद्र भवन में हुए साहित्य अकादमी कार्यकारिणी चुनाव में वरिष्ठ साहित्यकार और अकादमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक को अध्यक्ष चुना गया.

इस चुनाव में तीन प्रत्याशी माधव कौशिक, मल्लपुरम वेंकटेश और रंगनाथ पठारे मैदान में थे. माधव कौशिक वरिष्ठ कन्नड़ साहित्यकार चंद्रशेखर कंबार का स्थान लेंगे. साहित्य अकादमी की परंपरा रही है कि उपाध्यक्ष ही अध्यक्ष पद के लिए चुना जाता है.

दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर कुमुद शर्मा को साहित्य अकादमी का उपाध्यक्ष चुना गया है. साहित्य अकादमी के इतिहास में पहली बार किसी महिला को अकादमी का उपाध्यक्ष चुना गया है. उपाध्यक्ष पद की दौड़ केवल दो प्रत्याशी कुमुद शर्मा और राधा कृष्णन थे. कुमुद शर्मा को केवल एक वोट से विजय मिली है.

साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव ने चुनाव परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि चुनाव के दौरान सभी 99 सदस्यों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि अध्यक्ष पद के चुनाव में माधव कौशिक के पक्ष में 60 वोट पड़े, जबकि कन्नड़ साहित्यकार मल्लपुरम वेंकटेश को 35 वोट मिले. मराठी साहित्यकार रंगनाथ पठारे के पक्ष में केवल तीन वोट पड़े.

सभी 24 भारतीय भाषाओं के प्रमुखों के लिए भी वोट डाले गए. जानकारी के अनुसार गोविंद मिश्र हिंदी भाषा के प्रमुख चुने गए हैं. उन्होंने विकास दबे को शिकस्त दी है.

प्रो. कुमुद शर्मा महज एक वोट के अंतर से विजयी हुई हैं. 30 मार्च 1960 को जन्मीं कुमुद शर्मा वर्ष 2006 से दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन का कार्य कर रही हैं. वे प्रसार भारती की कोर कमेटी, एनसीईआरटी की सलाहकार, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल सहित भारत की विभिन्न साहित्य और शैक्षिक संस्थाओं में विभिन्न पदों पर रही हैं.

कुमुद शर्मा को उनके साहित्यिक और शैक्षिणिक योगदान के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार, बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता पुरस्कार, दामोदर चतुर्वेदी स्मृति सम्मान और साहित्यश्री जैसे की सम्मानों से पुरस्कृत किया जा चुका है.

बता दें कि साहित्य अकादमी के पहले अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू थे. सन् 1963 में वह पुनः अध्यक्ष निर्वाचित हुए. मई 1964 में उनके निधन के बाद सामान्य परिषद् ने डॉ. एस. राधाकृष्णन् को अपना नया अध्यक्ष निर्वाचित किया था. फरवरी, 1968 में नवगठित परिषद् ने डॉ. जाकिर हुसैन को साहित्य अकादमी का अध्यक्ष निर्वाचित किया. मई 1969 में उनके निधन के बाद डॉ. सुनीति कुमार चटर्जी को अध्यक्ष चुना गया. फरवरी 1973 में वह फिर से अध्यक्ष चुने गए. मई 1977 में उनकी मृत्यु के बाद उपाध्यक्ष प्रो. के.आर. श्रीनिवास आयंगर साहित्य अकादमी के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए. फरवरी 1978 में प्रो. उमाशंकर जोशी अध्यक्ष निर्वाचित हुए. फरवरी 1983 में प्रो. वी. के. गोकाक अध्यक्ष चने गए. फरवरी 1988 में डॉ. बीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य, 1993 में प्रो. यू. आर. अनंतमूर्ति, 1998 में रमाकांत रथ, 2003 में प्रो. गोपीचंद नारंग, 2008 में सुनील गंगोपाध्याय, अक्तूबर 2012 में गंगोपाध्याय के निधन के बाद प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को प्रभारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया. 18 फरवरी, 2013 को विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को अकादमी का अध्यक्ष चुना गया. 2018 में प्रो. चंद्रशेखर कंबार अकादमी के अध्यक्ष चुने गए.