Train में लगे पंखे कभी नहीं हो सकते चोरी, इसके पीछे है ये बड़ी वजह

 

नई दिल्ली: भारत में हर रोज करोड़ों लोग ट्रेन में सफर करते हैं. ट्रेन को देश की लाइफ लाइन माना जाता है. आपने सुना होगा कि पहले ट्रेनों में बहुत चोरी हुआ करती थी. चोर ट्रेन में से पंखे, बल्ब जैसी चीजें चुरा कर ले जाते थे. पहले के समय में ट्रेनों से पंखे चोरी हो जाना आम बात थी. इसके बाद रेलवे ने इससे निपटने के लिए एक ऐसा तरीका निकाला, जिसके बाद चोर चाहकर भी ट्रेन के पंखे की चोरी नहीं कर पाते. आइए बताते हैं ये कौन सा तरीका था.

ट्रेन के बाहर नहीं किया जा सकता इस्तेमाल

दरअसल, रेलवे ने चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपना दिमाग दौड़ाया और पंखों को कुछ इस तरह से डिजाइन किया कि वो घरों में चल ही नहीं सकते. ये पंखे तब तक ही पंखे हैं जब तक इन्हें कोच में लगाया जाता है. अगर इन्हें कोच से बाहर निकाल दिया जाए तो ये कबाड़ हो जाते हैं.

रेलवे करता है इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

आमतौर पर हम घरों में दो तरह की बिजली का इस्तेमाल करते हैं. पहला एसी (अल्टरनेटिव करेंट) और दूसरा डीसी (डायरेक्ट करेंट). अगर घर में एसी बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है तो अधिकतम पावर 220 वोल्ट होगा. वहीं अगर डीसी का उपयोग किया जा रहा है तो पावर 5, 12 या 24 वोल्ट होगा.जबकि ट्रेनों में लगाए जाने वाले पंखों को 110 वोल्ट का बनाया जाता है, जो सिर्फ DC से चलता है.

घरों में नहीं होती इतनी क्षमता की बिजली

घरों में इस्तेमाल होने वाली DC बिजली 5,12 या 24 वोल्ट से अधिक नहीं होती, ऐसे में आप इन पंखों को अपने घरों में इस्तेमाल नहीं कर सकते. इसलिए, ट्रेन में लगाए जाने वाले पंखे सिर्फ ट्रेन में ही चल सकते हैं. इसलिए इन पंखों को चोरी करना लोगों के लिए बेकार है.

चोरी करने पर हो सकती है 7 साल की जेल

आपको बता दें कि ट्रेन एक राष्ट्रीय संपत्ति है. इसमें चोरी करने का मतलब राष्ट्रीय संपत्ति चोरी करना है. ऐसा करने पर आरोपी पर आईपीसी की धारा 380 के तहत केस दर्ज हो सकता है. दोषी पाए जाने पर 7 साल तक की कैद और जुर्माना भी लगाया जाएगा. ध्यान देने वाली बात तो ये है कि ऐसे मामलों में जल्दी जमानत भी नहीं होती.