Central Bank Digital Currency: डिजिटल रुपए की दिशा में तेजी से हो रहा काम, रिजर्व बैंक ने बताया कब तक इसे लॉन्च किया जा सकता है

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Central Bank Digital Currency: डिजिटल रुपए की दिशा में तेजी से हो रहा काम, रिजर्व बैंक ने बताया कब तक इसे लॉन्च किया जा सकता है

भारतीय रिजर्व बैंक थोक और खुदरा क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा के क्रियान्वयन को लेकर काम कर रहा है.

केंद्रीय बैंक के कार्यकारी निदेशक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) अजय कुमार चौधरी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में सीबीडीसी पेश किये जाने की घोषणा की थी. इसके लिये वित्त विधेयक पारित होने के साथ आरबीआई कानून, 1934 में संबंधित धारा में जरूरी संशोधन किये गये. चौधरी ने कहा कि वित्त विधेयक के पारित होने के साथ रिजर्व बैंक पायलट आधार पर सीबीडीसी का क्रियान्वयन करने की स्थिति में आ गया है. उद्योग मंडल फिक्की के पीआईसीयूपी फिनटेक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आरबीआई थोक और खुदरा खंड में केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा के चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वयन की दिशा में काम कर रहा है.

सीबीडीसी डिजिटल मुद्रा है. हालांकि, इसकी निजी डिजिटल मुद्रा या क्रिप्टोकरेंसी से तुलना नहीं की जा सकती, जो पिछले एक दशक में तेजी से बढ़ी है. निजी डिजिटल मुद्रा का कोई जारीकर्ता नहीं है और किसी व्यक्ति के ऋण या देनदारियों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है.

2023 के शुरू में हो सकता है लॉन्च

देश की आधिकारिक डिजिटल मुद्रा 2023 की शुरुआत में पेश किये जाने की संभावना है. यह वर्तमान में उपलब्ध निजी कंपनी द्वारा संचालित इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट की तरह होगी. सीबीडीसी सरकार समर्थित डिजिटल मुद्रा होगी. तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल भुगतान क्षेत्र में वित्तीय प्रौद्योगिकी की भूमिका पर अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने नवोन्मेष को बढ़ावा दिया है और उसकी फिनटेक की तरफ से पेश किये जाने वाले नये-नये उत्पादों और सेवाओं से जुड़े लाभ और जोखिम पर कड़ी नजर है.

रिजर्व बैंक जल्दबाजी में नहीं है

बजट घोषणा के बाद ही गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी लॉन्च करने को लेकर जल्दबाजी में नहीं है. उन्होंने प्राइवेट डिजिटल करेंसी का विरोध करते हुए कहा था कि CBDC का वर्तमान फाइनेंशियल सिस्टम पर किसी तरह का असर नहीं होना चाहिए. यह उसे सपोर्ट करने वाला होना चाहिए.

प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के काट के रूप में RBI डिजिटल रुपया उतारेगा

डिजिटल रूपी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC भी कह सकते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के काट के रूप में रिजर्व बैंक डिजिटल रूपी को लॉन्च कर रहा है. यह समझना जरूरी है कि डिजिटल रूपी एक डिजिटल करेंसी जरूर है, लेकिन यह क्रिप्टोकरेंसी नहीं है.

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