Onion Price: दीपावली से पहले सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम, सस्ते रेट में मिलेगा प्याज
त्योहारों के पास आते ही भारतीय खुदरा बाजार में खाद्य चीजों की डिमांड बढ़ गई है। इसका सीधा असर कीमतों में देखने को मिल रहा है। देश के कई इलाकों में प्याज 50-60 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है।
प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि केंद्र सरकार ने अपने बफर स्टॉक से करीब 54000 टन प्याज खुले बाजार में बेचने का फैसला लिया है। रिपोर्ट्स की मानें तो मोदी सरकार बफर स्टॉक से उन शहर या राज्यों में सप्लाई करेगी, जहां पर अखिल भारतीय औसत रेट से प्याज की कीमतें अधिक हैं। ऐसे में सरकार बफर स्टॉक से दिल्ली और गुवाहाटी जैसे कुछ शहरों में करीब 50000 टन प्याज सप्लाई करेगी। सप्लाई आने से इन शहरों में त्योहारों के मौसम में प्याज कम रेट में मिलेगा।
सरकार के प्याज का कुल बफर स्टॉक
केंद्र सरकार ने प्याज के बफर स्टॉक में पिछले 5 सालों के भीतर रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। आंकड़ो की माने तो कारोबारी साल 2021-22 में सरकार ने 2.08 लाख टन प्याज बफर स्टॉक में जोड़ा था, जबकि इससे पहले के कारोबारी साल में 1 लाख टन प्याज की सरकार ने खरीदारी की थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्याज की कीमतों में काबू पाने के लिए अभी सरकार के पास 2.5 लाख टन प्याज का बफर है, जिस अब सरकार ने पिछले हफ्ते से कई राज्यों को सप्लाई करना शुरू कर दिया है।
प्याज की खेती को पहुंचा भारी नुकसान
फसलों के कारोबारियों का कहना है कि महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक और देश के कुछ इलाकों में भारी बारिश के कारण प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में सप्लाई कम होगी और आने वाले दिनों में प्याज के रेट में इजाफा होगा। प्याज का पुराना स्टॉक खत्म होने वाला है, जिसके चलते नई उपज मार्केट में पहुंचने तक रेट में तेजी देखने को मिलेगी। वहीं, नवंबर के पहले हफ्ते में प्याज का नया स्टॉक बाजार में पहुंचने की संभावना है। नई उपच पहुंचने पर प्याज की कीमतें सामान्य हो सकती हैं। अभी रिटेल बाजार में प्याज का खुदरा भाव 40 रुपये प्रति किलो पर है और आने वाले दिनों में रेट 50 रुपये तक पहुंचने की संभावना है।

