‘यहाँ मत निकालिए चुनावी हार का गुस्सा’: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी की विपक्ष को सलाह

‘यहाँ मत निकालिए चुनावी हार का गुस्सा’: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी की विपक्ष को सलाह

नई दिल्ली। लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही सोमवार को विपक्ष ने हंगामा कर दिया, जिस कारण सदन की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित करनी पड़ी। अब यह हार का गुस्सा था कि कुछ ओर, लेकिन सदन में विपक्ष का हंगामा कई सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष का आह्वान किया था कि वे संसद को पराजय का गुस्सा निकालने का मंच न बनाएं और नकारात्मकता एवं नफरत छोड़ सकारात्मक विचार के साथ आए और देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए जनता की आकांक्षा को पूरा करने में सहयोग करें।

PM मोदी ने शीतकालीन सत्र की शुरुआत के पहले संसद भवन परिसर में मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में चार राज्यों के चुनावी परिणामों को नकारात्मकता के विरुद्ध जनादेश बताते हुए कहा कि कल ही चार राज्यों के चुनाव नतीजे आए हैं। बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम आए हैं। PM मोदी ने कहा कि देश ने नकारात्मकता को नकारा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का भी महत्वपूर्ण स्थान है। विपक्ष की छवि नफरत और नकारात्मकता की बने, यह अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में विकसित भारत बने, यह जनता की आकांक्षा है और इसके लिए जनता इंतजार नहीं कर सकती। 

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