यूक्रेन ने 100 साल में पहली बार बदली क्रिसमस की तारीख

यूक्रेन ने 100 साल में पहली बार बदली क्रिसमस की तारीख

यूक्रेन इस समय चर्चा में है. इसकी वजह है क्रिसमस. आमतौर पर दुनियाभर में क्रिसमस 25 जनवरी को मनाया जाता है और यूक्रेन में 7 जनवरी को सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. यूक्रेन आज यानी 25 दिसम्बर को क्रिसमस मना रहा है. इस फेस्टिवल के जरिए यूक्रेन रूस को तगड़ा जवाब दे रहा है. यूक्रेन रूस को यह बताना चाहता है कि वो उनकी परंपराओं को नहीं मानता.

गौरतलब है कि 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर खिलाफ विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की थी. उसके बाद से यूक्रेन सरकार ‘रूसी विरासत को त्यागने’ के लिए अलग-अलग कदम उठा रही है. इसी सिलसिले में जुलाई में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए जिससे यूक्रेन में क्रिसमस की राजकीय छुट्टी की तारीख बदल गई. आइए जानते हैं कि इस कानून से और किस पर प्रभाव पड़ेगा.

कभी सोवियत संघ का हिस्सा रहने के चलते यूक्रेन का रूस की संस्कृति से गहरा जुड़ाव है. अब तक यूक्रेन में 7 जनवरी को क्रिसमस मनाया जाता था. ऐसा जूलियन कैलेंडर के आधार पर होता था. इसी कैलेंडर का इस्तेमाल रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च भी करता है. लेकिन 2022 के सैन्य अभियान के बाद यूक्रेन सरकार की ओर से ऐसे कई कदम उठाए जा रहे हैं जिनके तहत वह अपने यहां रूस के प्रभाव को खत्म करना चाहती है. इसी कड़ी में यूक्रेन अब पश्चिमी देशों की तरह 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाएगा. 

इसी साल के जुलाई महीने में यूक्रेन ने अपने कैलेंडर में बड़ा बदलाव किया था. 27 जुलाई को यूक्रेन के ऑर्थोडॉक्स चर्च ने संशोधित जूलियन कैलेंडर अपनाया था. इस कैलेंडर की खास बात है कि यह कैलेंडर वर्तमान में पश्चिमी ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ चल रहा है.

कैलेंडर में हुए बदलाव से क्रिसमस सेलिब्रेशन की तारीख 7 जनवरी से खिसक कर 25 दिसंबर हो गई. इस बदलाव से यूक्रेन के अन्य राष्ट्रीय दिवसों पर भी प्रभाव पड़ा है. यूक्रेन के स्टेटहुड डे की तारीख 28 जुलाई से बढ़कर 15 जुलाई और डिफेंडर्स डे की तारीख 1 अक्टूबर हो गई है.

रूस-यूक्रेन संघर्ष को 2 साल होने वाले हैं. 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर आक्रमण किया और कब्जा कर लिया. एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूक्रेन युद्ध में अब तक 3 लाख 15 हजार रूसी सैनिक या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं. वहींं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि इस समय रूस के 6 लाख 17 हजार सैनिक यूक्रेन में लड़ाई में शामिल हैं.

ताजा प्रेस वार्ता में पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन के साथ शांति तब ही संभव है जब रूस अपने मक़सद को हासिल कर लेगा. रूस का मकसद है, “डीनाज़िफिकेशन, विसैन्यीकरण, और यूक्रेन की तटस्थ स्थिति. अमेरिका और बाकी पश्चिमी देश यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता दे रहे हैं.

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