Chandrayaan-3: चांद से अब सिर्फ इतने किलोमीटर की दूरी पर चंद्रयान, 23 को इतने बजे होगी लैंडिंग

Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ ही भारत इतिहास रचने के लिए तैयार है. चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग का काउंटडाउन शुरू हो गया है. यान विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के साथ मिशन पर है.
लैंडर को अब चांद के सतह के नजदीक ले जाया जा रहा है लेकिन अभी यह हॉरिजोंटल डायरेक्शन में है. इसे वर्टिकल डायरेक्शन में किया जाएगा और फिर लैंडर का टचडाउन होगा यानी भारत चांद की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा. आइए समझते हैं कि आखिर लैंडर कैसे चांद पर उतरेगा?
इसरो के मुताबिक, लैंडर 1.68 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से हॉरिजोंटल डायरेक्शन में चांद की तरफ बढ़ रहा है. लैंडर को 90 डिग्री वर्टिकल डायरेक्शन में लाया जाएगा. इस दरमियान विक्रम लैंडर की इंटरनल चेकिंग होगी और सूर्योदय का इंतजार किया जाएगा. लैंडिंग के लिए चिन्हित जगह पर सूरज की रौशनी पड़ते ही लैंडर को सतह पर उतारा जाएगा. इसके लिए इसरो धरती से कमांड भेजेगा. प्रोपल्शन मॉड्यूल अभी चांद के चक्कर लगा रहा है. बाहरी ऑर्बिट में यह महीनों या सालों तक चक्कर लगाता रहेगा. प्रोपल्शन मॉड्यूल का काम बस विक्रम लैंडर को चांद की कक्षा में पहुंचाना था.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 18, 2023
View from the Lander Imager (LI) Camera-1
on August 17, 2023
just after the separation of the Lander Module from the Propulsion Module #Chandrayaan_3 #Ch3 pic.twitter.com/abPIyEn1Ad
चांद की सतह पर उतरने के बाद लैंडर कुछ देर रेस्ट करेगा और फिर इसके अंदर से निकलेगा 6 पहियों वाला रोवर प्रज्ञान, जो दुनिया को बताएगा कि असल में चांद पर पानी है. इनके अलावा रोवर और कई तरह के वैज्ञानिकी रिसर्च को अंजाम देगा. आज ही चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल ने अपनी दूसरी और आखिरी डिबूस्टिंग पूरी की है. इसका मतलब है कि लैंडर की सतह से ऊंचाई कम की जा रही है. यह अभी चांद की सतह से 25 किलोमीटर की दूरी पर है. 23 अगस्त को 5.45 बजे लैंडिंग होगी. इस बीच लैंडिंग से पहले तक लैंडर की गति कम की जाएगी.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 18, 2023
The Lander Module (LM) health is normal.
LM successfully underwent a deboosting operation that reduced its orbit to 113 km x 157 km.
The second deboosting operation is scheduled for August 20, 2023, around 0200 Hrs. IST #Chandrayaan_3#Ch3 pic.twitter.com/0PVxV8Gw5z
अभी लैंडर 25KM x 134KM की दूरी पर है लेकिन लैंडिंग के लिए इसे 4 KM x 2.4KM पर लाया जाएगा, जहां 69.3 डिग्री साउथ और 32.3 डिग्री ईस्ट में लैंडिंग होगी, जो चांद का साउथ पोल कहलाता है. 17 अगस्त को लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के साथ ही मिशन अपने आखिरी चरण में पहुंचा था. इसके बाद 2 बार डिबूस्टिंग की प्रक्रिया पूरी की गई और लैंडर अपने फाइनल फेज में सतह की तरफ बढ़ गया.