श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बीच श्रीरामचरितमानस की मांग बढ़ी, गीताप्रेस का स्टाक खत्म
New Delhi: अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्सव का वातावरण है। इसके साथ ही श्रीरामचरितमानस, श्रीहनुमान द चालीसा और श्रीमद्भगवद्गीता की मांग इतनी बढ़ गई है कि गीताप्रेस आपूर्ति नहीं कर पा रहा है।
श्रीरामचरितमानस का स्टाक खत्म हो गया है। पुस्तकें छापकर सीधे, शाखाओं को भेजी जा रही हैं। संसाधनों की कमी के चलते गीताप्रेस सामान्य दिनों में भी मांग के सापेक्ष 65 प्रतिशत पुस्तकों की ही आपूर्ति कर पा रहा था। अचानक मांग बढ़ने से संकट गहरा गया है। बीते अक्टूबर से दिसंबर तक केवल 31 हजार श्रीरामचरितमानस (हिंदी गुटका आकार) की आपूर्ति कर पाया है, जबकि मांग लगभग डेढ़ लाख प्रतियों की रही। सबसे जो ज्यादा मांग इसी पुस्तक की है।
इन 3 महीनों में श्रीरामचरितमानस की कई भाषाओं व आकार-प्रकार में 3.27 लाख प्रतियों की छपाई हुई, सभी बिक चुकी हैं। हनुमान में चालीसा की 13.50 लाख प्रतियां प्रकाशित की गईं, मात्र 30 हजार स्टाक में हैं। दो लाख प्रतियां और ना तैयार की जा रही हैं। इस माह भी 2 बिहार, उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों नेव राजस्थान से लगभग 1.75 लाख श्रीरामचरितमानस (गुटका आकार) के प्रतियों की मांग आई, गीताप्रेस ने असमर्थता जता दी है। 79 हजार प्रतियां प्रकाशित की जा रहीं, जिन्हें गीताप्रेस अपनी शाखाओं पर भेजेगा।
1: गुजरात सरकार ने 50 लाख मांग के सापेक्ष श्रीरामचरितमानस दे पाने में गीताप्रेस ने जताई असमर्थता।
1: इस माह 1.75 लाख पुस्तकों की मांग, हो रही 79 हजार की छपाई।
गीताप्रेस में इन भाषाओं में छापी जा रहीं श्रीरामचरितमानस
- हिंदी 53000
- कन्नड 10000
- तेलुगु 16000
हिमाचल प्रदेश में बांटी जाएंगी 3 लाख प्रतियां
हिमाचल में बांटी जाएंगी 3 लाख प्रतियां अवादा फाउंडेशन मुंबई ने आरती संग्रह की चार लाख प्रतियां मांगी हैं। प्रेस ने तीन लाख प्रतियां देने का वचन दिया है। ये पुस्तकें हिमाचल में लोगों में बांटी जाएंगी। 15 जनवरी से पहले ये पुस्तके फाउंडेशन को सौंप दी जाएंगी। पुस्तके इसमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भगवान विष्णु व शिव, माता दुर्गा समेत विभिन्न देवी-देवताओं की 102 आरती का संग्रह है।
गुजरात सरकार ने प्रतियां मांगीं
गुजरात सरकार ने विद्यार्थियों में वितरित करने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता की 50 लाख प्रतियों की मांग की है। प्रेस ने साफ्ट कापी उपलब्ध कराने को कहा है और अनुरोध किया है कि सरकार इसे छपवाकर बंटवा दे।