Indian Air Force में पहला सी-295 विमान शामिल
Ghaziabad: भारतीय वायुसेना में सोमवार को पहले सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान को शामिल किया गया। इस मौके पर यहां हिंडन वायु सेना स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, वायुसेना और एयरबस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शामिल हुए।
पहला सी-295 विमान वायुसेना की स्क्वाड्रन संख्या 11 में शामिल किया गया है। 'एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' ने पहला सी-295 विमान भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को 13 सितंबर को सौंपा था। ये विमान पुराने होते एवरो-748 बेड़े का स्थान लेंगे।
दोनों कंपनियों के बीच एक औद्योगिक साझेदारी के तहत एयरबस सेविले स्थित अपने उत्पादन संयंत्र से 'फ्लाई-अवे' (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 विमानों की 2025 तक आपूर्ति करेगा। इसके बाद शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में 'टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड' (टीएएसएल) द्वारा वडोदरा में किया जाएगा। इन विमानों के हिस्सों का निर्माण हैदराबाद में पहले ही शुरू हो चुका है। इन हिस्सों को वडोदरा स्थित 'फाइनल असेंबली लाइन' भेजा जाएगा, जिसके नवंबर 2024 तक चालू हो जाने की उम्मीद है।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने सोमवार को यहां हिंडन एयरबेस पर आयोजित एक ड्रोन प्रदर्शनी कार्यक्रम का उद्घाटन किया। 'भारत ड्रोन शक्ति 2023' प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन भारतीय वायु सेना और 'ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया' (डीएफआई) संयुक्त रूप से कर रहे हैं। सिंह ने ड्रोन के कुछ हवाई प्रदर्शन भी देखे। डीएफआई के एक अधिकारी ने बताया कि 75 ड्रोन का स्थैतिक प्रदर्शन किया जा रहा है और 50 से अधिक ड्रोन का हवाई प्रदर्शन किया जाएगा।