BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में रेल चक्का जाम, दरभंगा में रोकी ट्रेन
Darbhanga: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त परीक्षा को अभ्यर्थी रद्द करने की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने रविवार को अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया था, जिसके विरोध में सोमवार 30 दिसंबर को बिहार बंद का ऐलान किया गया है. छात्र पुनर्परीक्षा से कम पर बात मानने को तैयार नहीं हैं. बिहार बंद का असर दरभंगा में भी दिखा. दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को दरभंगा स्टेशन पर ही रोक दिया.
पटना में BPSC छात्रों के आंदोलन के समर्थन में और छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा में AISA-RYA के साथ युवा राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा बिहार बंद का असर देखने को मिला। आंदोलनकारियों ने BPSC परीक्षा को रद्द करने के साथ साथ शिक्षा माफिया पर नकेल कसने की मांग की।
वहीं, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा राजद के महानगर राकेश नायक ने कहा कि, हम लोग आज बिहार के नौजवान के आवाज व आंदोलन को बुलंद करने के लिए सड़क पर उतरे हैं। बिहार के मुखिया नीतीश कुमार उनके आवाजों का दमन कर रही है। यहां के नौजवान गरीब व किसान परिवार से आते हैं। जिस प्रकार से यहां के नौजवान अपनी शिक्षा दीक्षा को पूरा करते हैं। उसके बाद जब भी देश में बड़े परीक्षा होते हैं। यहां के शिक्षा माफियाओं के द्वारा परीक्षा में गड़बड़ी कर उनके भविष्य के साथ खेलवाड़ करते है।
युवा राजद के महानगर राकेश नायक ने आगे कहा कि, यहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद भाजपा के चुंगल में है। यहां के स्टूडेंट के ऊपर जो अत्याचार हो रहा है। उसी के खिलाफ उनके आंदोलन को मजबूत करने के लिए उतरे हैं। जिस प्रकार पटना के गर्दनीबाग में छात्र शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। उसी क्रम में एक छात्र की मौत हो जाती है। जिसमें सरकार की मिलीभगत साफ तौर पर नजर आ रही है।
इसीलिए सरकार से हम लोगों की मांग है की पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा मिले। ताकि उस नौजवान की आत्मा को शांति मिले। वहीं युवा राजद के महानगर राकेश नायक ने कहा कि उनके शहादत को हम लोग कहीं से भी कमजोर नहीं होने देंगे। अगर बिहार की सरकार नीतीश कुमार बीपीएससी की परीक्षा को रद्द नहीं करती है। तो इस आंदोलन को और भी उग्र किया जाएगा।