BSP ने अपने लोकसभा सांसद दानिश अली पर की बड़ी कार्रवाई, पार्टी से किया सस्पेंड

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BSP ने अपने लोकसभा सांसद दानिश अली पर की बड़ी कार्रवाई, पार्टी से किया सस्पेंड

UP News: मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी ने अपने लोकसभा सांसद दानिश अली को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है. पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल होने के आरोप में सांसद दानिश अली पर कार्रवाई की है.

बीएसपी की ओर से शनिवार को जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि बीएसपी सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह आज 9 दिसंबर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. पार्टी की ओर से यह कार्रवाई ऐसे समय की गई है जब मायावती ने देशभर में बीएसपी के नेताओं की बैठक बुलाई है. लखनऊ में कल रविवार हो यह बैठक होने वाली है. बैठक से पहले पार्टी प्रमुख मायावती अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगी. इस मामले में दानिश अली पर सबसे पहले कार्रवाई की गई है.

दानिश अली के निलंबन को लेकर बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने पत्र के जरिए कहा, “आपको कई बार मौखिक रूप से कहा जा चुका है कि आप पार्टी की विचारधारा, नीतियों, और अनुशासन के खिलाफ किसी तरह की कोई बयानबाजी ना करें और ना ही कोई काम करें, लेकिन निर्देशों के बाद भी आप लगातार पार्टी के खिलाफ काम करते रहे. ऐसे में पार्टी हित को देखते हुए आपको बीएसपी की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.”

बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने अपने पत्र में 2018 के वाकये का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2018 में दानिश अली एचडी देवगौड़ा की जनता पार्टी सेकुलर से जुड़े हुए थे और तब वहां के विधानसभा चुनाव में जनता दल सेकुलर तथा बीएसपी मिलकर चुनाव लड़ रहे थे. चुनाव के बाद देवगौड़ा के कहने पर दानिश अली को 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी के अमरोहा सीट से बीएसपी के टिकट से उतारा गया था. तब देवगौड़ा ने यह वादा किया था कि दानिश अली बीएसपी की नीतियों और निर्देशों का पालन करते रहेंगे. लेकिन बाद में दानिश अपने वादों को भूलते चले गए और पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में बने रहे.

इससे 2 दिन पहले शनिवार को बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने सांसद दानिश अली के खिलाफ कार्यवाही के दौरान अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए लोकसभा विशेषाधिकार समिति की बैठक में खेद जताया. बैठक में दोनों नेताओं की ओर से अपनी-अपनी बात भी रखी गई.

21 सितंबर को संसद की कार्यवाही के दौरान अपने बयान को लेकर बिधूड़ी ने सफाई दी. साथ ही तब बीजेपी के कई नेताओं ने दानिश अली पर लोकसभा सांसद बिधूड़ी को उकसाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिधूड़ी के बयान की निंदा की थी. फिलहाल मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सांसद बिधूड़ी की ओर से टिप्पणी के लिए खेद जताने के साथ ही समिति इस मामले को खत्म कर सकती है. साथ ही इससे जुड़ी रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर को भेज सकती है.

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