रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का I.N.D.I.A. पर तीखा हमला, "सनातन को खत्म कर सके, इस दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं"
Lucknow News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एकबार फिर सनातन विवाद पर डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन और विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर हमला बोला है।
दरअसल रारक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सनातन विवाद पर न केवल उदयनिधि स्टालिन के बयान से नाराजगी जताई बल्कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे द्वारा उस बयान को दोहराये जाने पर भी गहरा रोष व्यक्त किया है।
राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते शनिवार को उदयनिधि और प्रियांक खड़गे की टिप्पणियों को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" करार देते हुए कहा, "उनकी टिप्पणियां बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमारा सनातन धर्म 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश देता है, जिसका अर्थ है कि दुनिया एक परिवार है।"
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा, "आपने अपनी माताओं और बहनों को रसोई में एक छोटा सा हिस्सा अलग रखते हुए देखा होगा। जिसमें आटा गूंधते समय चींटी को पिसा हुआ गेहूं या आटा खिलाते हैं। हमारा सनातन धर्म यही सिखाता है। यह पीढ़ियों से चला आ रहा है और शाश्वत है। दुनिया की कोई ताकत सनातन को नष्ट नहीं कर सकती है।"
इससे पहले गुजरे शनिवार को ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने द्रमुक नेता उदयनिधि के सनातन बयान पर विपक्षी गुट भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A.) पर कटाक्ष करते हुए कहा था, "हमारे विपक्षी नेता कह रहे हैं कि सनातन को खत्म कर दिया जाना चाहिए। सोनिया और राहुल जी को हमें बताना चाहिए कि वे हमारे सनातन संस्कृति को गाली देना कब बंद करेंगे।"
मालूम हो कि सनातन विवाद सियासत की विवाद में उस वक्त उठा, जब तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में आयोजित एक सेमिनार में सूबे के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि ने सनातन की तुलना "मच्छर, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना" से कर दी थी। उदयनिधि ने कहा कि सनातन का न केवल विरोध करना चाहिए बल्कि उसे खत्म कर देना चाहिए।
डीएमके नेता उदयनिधि के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता और संत समाज लगातार मांग कर रहा है कि वो अपने शब्द वापस लें और देश से माफी मांगें।