Gwalior News: ग्वालियर के बन्हेरी गांव के सरपंच की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने घर, ट्रेक्टर और फसल फूंकी, भारी पुलिस बल तैनात

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Gwalior News: ग्वालियर के बन्हेरी गांव के सरपंच की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने घर, ट्रेक्टर और फसल फूंकी, भारी पुलिस बल तैनात

Gwalior: ग्वालियर जिले के बन्हेरी गांव के पूर्व सरपंच और सरपंच पति विक्रम रावत की जघन्य हत्या के बाद उनके गांव में तनाव बना हुआ है। हमलावरों के लगभग एक दर्जन से ज्यादा घरों और वाहनों को गुस्साए लोगों ने आग के हवाले कर दिया है।

घाटीगांव ब्लॉक के आरौन थाना क्षेत्र में पड़ने वाले ग्राम बन्हेरी के सरपंच विक्रम रावत की ग्वालियर में कई गई नृशंस हत्या के बाद बन्हेरी गाँव मे नाराज ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया। गुस्साई भीड़ ने संदेहियों के दर्जनों घरों में आग लगा दी, इसमें कई मवेशी जलकर मर गए। भीड़ ने फसलें , वाहन और ट्रैक्टरों को भी जला दिया। दूसरे पक्ष के लोग वहां से जान बचाकर भाग निकले। घटना के बाद कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस फोर्स गाँव मे जैसे तैसे घुस पाया तब स्थिति पर काबू पाया जा सका। अभी यभीहां तनाव और दहशत का माहौल है । गाँव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

बन्हेरी के सरपंच विक्रम रावत की नृशंस हत्या सोमवार को ग्वालियर के पड़ाव थाना इलाके में स्थित पॉश कांति नगर में उस समय की गई थी । यहा विक्रम अपनी गाड़ी से एडवोकेट के घर उससे मिलने आया था। वह जैसे ही अपनी गाड़ी से उतरा एक्टिवा से सवार होकर पहुंचे हमलावरों ने उस पर गोलियां बरसाना शुरू कर दीं। हमलावरो की संख्या पांच थी। उन्होंने सरपंच को आठ गोलियां मारीं। इनमे से एक रीढ़ की हड्डी में,दो लिवर में,एक लंग्स में और चार सिर में लगीं। उंसकी मौके पर ही मौत हो गई। बदमाश हथियार लहराते हुए मौके से भाग निकले।

घटना की सूचना मिलने पर मृत सरपंच के परिजन और समर्थक एसपी ऑफिस पर पहुंचे और वहां प्रदर्शन करने लगे। वहां उन्होंने जमकर हंगामा और घेराव किया।इस दौरान मृतक की पत्नी नीतू उर्फ सिमरन ने गुस्से में पुलिस अफसर की गिरेवान भी पकड़ ली थी लेकिन पुलिस ने नजाकत को देखते हुए संयम से काम लिया

मृतक के परिजन और पत्नी ने अफसरों और मीडिया के सामने हत्या के लिए बीजेपी नेता मोहन सिंह राठौड़ पर गम्भीर आरोप लगाए। राठौड़ को हाल ही में भाजपा ने भितरवार विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है । मृतक की पत्नी का आरोप है कि राठौड़ उनके पति को लगातार धमका रहे थे।

उधर जैसे ही सरपंच विक्रम की हत्या की खबर ग्राम बन्हेरी पहुंची तो गांव मे गुस्सा फैल गया। उंसके परिजन और नाराज समर्थकों की भीड़ दूसरे गुट के लोगो के घरों पर टूट पड़ी और उन्होंने उनके घरों , ट्रेक्टर और वाहनों को आग लगाकर फूंकना शुरू कर दिया। इन घरों के लोग अपनी जान बचाकर मौके से महिलाओं और बच्चों सहित भाग निकले। इस दौरान दोनो पक्षों के बीच गाँव मे भी आमने सामने फायरिंग हुई । हालांकि गोलीं किसी को नही लगी । पुलिस ने गोलीं की बात की पुष्टि नही की।

ग्रामीणों का सीधा आरोप गांव के ही मुकेश रावत पर है। उनका कहना है एक साल पहले ट्रेक्टर निकलने को लेकर ड्रायवर से हुए विवाद के बाद मुकेश रावत ने अपने परिजनों के साथ मिलकर सरपंच के भाई रामनिवास की गोली मारकर हत्या कर दी थी । उस पर इनाम भी घोषित हुआ था । आरोप है कि उंसकी पत्नी और भाई प्रशासनिक और पुलिस अफसर है और राजनीतिक संरक्षण होने से उस पर कठोर कार्यवाही नही हुई । सब आराम से जेल से जमानत पर छूट आए।

उधर हत्या और आगजनी के बाद बन्हेरी गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। हालांकि गाँव मे घुसने के लिए पुलिस को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी । दो घण्टे बाद पुलिस ने चारों तरफ से बन्हेरी को घेरा फिर प्रवेश किया। गाँव से दस किलोमीटर पहले से ही पुलिस बल तैनात है। एडिशनल एसपी ग्रामीण शर्मा कल से ही बन्हेरी में डेरा डाले हुए है जबकि एसएसपी राजेश सिंह चंदेल और एडिशनल एसपी अखिलेश रेनवाल भी देर रात तक मौके पर रहे जब तक कि मृतक का अंतिम संस्कार नही हो गया । इस आगजनी में लगभग चार करोड़ का नुकसान होना बताया जा रहा है

इस घटना के बाद से न केवल बन्हेरी बल्कि आसपास के गांव में भी तनाव और दहशत का माहौल है । एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा का दावा है कि मौके पर आसपास काफी सुरक्षा बल तैनात हैं और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है । अभी इस मामले में कुछ लोगो को हिरासत में भी लिया गया है।

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