Kanpur News: यूपी के कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से 11 गांवों में घुसा पानी, 15 परिवारों को राहत शिविर में किया गया शिफ्ट

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Kanpur News: यूपी के कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से 11 गांवों में घुसा पानी, 15 परिवारों को राहत शिविर में किया गया शिफ्ट

Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर स्तर बढ़ गया है और नदी किनारे निचले इलाकों में बसे करीब 11 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया हैं।

कानपुर के 11 गांवों में पानी घुसने से लोगों का जन-जीवन प्रभावित हुआ है। वहीं, बुधवार को 15 परिवारों को गांवों से बाढ़ राहत शिविर में शिफ्ट किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिठूर से लेकर कानपुर नगर तक सभी गंगा घाट पूरी तरह डूब गए हैं। करीब 15 फीट तक जलस्तर चढ़ा हुआ है।

हरिद्वार और नरौरा डेम से लगातार पानी छोड़ने जाने से गंगा खतरे के बिंदु को पार कर चुकी है। वहीं, बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए कानपुर जिलाधिकारी ने गांवों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों के घरों तक राशन और दवा की होम डिलीवरी की जाए। खबर के मुताबिक, गंगा नदी पिछले एक सप्ताह से अपने पूरे उफान पर है।

ऐसा बताया जा रहा है कि हर दिन हरिद्वार और नरौरा से करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिस वजह से गंगा खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही हैं। पानी के तेज बहाव से कटान शुरू हो गया है। जिसकी वजह से 11 गांवों में पानी घुस गया है। फसलों के अलावा घरों तक में पानी घुस गया है।

इस बाढ़ से सबसे ज्यादा चैनपुरवा, भोपाल का पुरवा और भगवान दीनपुरवा गांव के हालात खराब हैं। वहां पर जिनके कच्चे मकान हैं, उन परिवार को वहां से हटाकर कांशीराम स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट कराया जा रहा है। डीएम विशाख जी ने राहत शिविर जाकर उनका हालचाल जाना। साथ ही, मेडिकल हेल्थ किट भी उपलब्ध कराई।

खबर के मुताबिक, गंगा का पानी अपस्ट्रीम में भोपाल का पुरवा, बनियापुरवा, भगवानदीनपुरवा, धल्लापुरवा, लक्ष्मणपुरवा और गिन्नीपुरवा, भरतपुरवा में पानी घुस चुका हैं। वहीं, डाउनस्ट्रीम में पानी चैनपुरवा, धरमखेड़ा, दिगिनापुरवा और पहाड़ीपुर में पानी पहुंच चुका है। यहां पर पानी खेतों के साथ मकानों में घुस गया है।

इस वजह से वहां पर ग्रामीणों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, जलभराव होने से सड़क मार्ग से संपर्क टूट गया है। जैसे ही संपर्क मार्ग के टूट जाने की जानकारी डीएम को मिली तो उन्होंने ट्रैक्टर और नाव का प्रबंध करने के लिए कहा है। कहा कि जलस्तर की 24 घंटे निगरानी की जाए.

जलस्तर बढ़ने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाए। इस दौरान डीएम ने राहत शिविर के निरीक्षण किया और पीड़ित परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। राहत शिविर में बिजली के लिए जनरेटर लगाए गए हैं, ताकि वहां पर बिजली की कोई दिक्कत न हो। सभी परिवारों को खाना, पानी समेत अन्य आवश्यक सामग्री और डिग्निटी किट भी दी जा रही है।

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