Manipur Violence: फिर मणिपुर में भड़की हिंसा चुराचांदपुर में बिगड़े हालात, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
manipur violence: मणिपुर का मुद्दा काफी वक्त से गरमाया हुआ है, एक तरफ संसद में इस मसले पर बवाल हो रहा है तो दूसरी ओर राज्य में हिंसा अभी भी जारी है. गुरुवार को चुराचंदपुर और विष्णुपुरा इलाके में एक बार फिर तनाव देखने को मिला.
नॉर्थ-ईस्ट के इस राज्य में पिछले 3 महीने से हिंसा चल रही है. मणिपुर में मैतई और कुकी समुदाय के बीच जो जातीय संघर्ष शुरू हुआ था, वह 3 मई को हिंसा में परिवर्तित हो गया. इसी के बाद से ही राज्य के हालात बिगड़े हुए हैं और अभी तक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, विष्णुपुर की तरफ से मैतई समाज के लोग चुराचंदपुर की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे. सुरक्षाबलों की ओर से इन लोगों को रोकने की कोशिश कर रहे थे, इसी बीच दोनों के बीच बहस हुई और झड़प हो गई. भीड़ की ओर से फोर्स पर पथराव किया और मिर्ची गैस के गोले छोड़ गए.
मैतई-कुकी समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर लंबे वक्त से विवाद चल रहा है. 3 मई को इस विवाद ने हिंसा का रूप लिया और तब से लेकर अबतक राज्य के अलग-अलग इलाके हिंसा की आग में झुलसे हुए हैं.
करीब 3 महीने से मणिपुर में इंटरनेट बंद है, करीब 170 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हैं. हिंसा की वजह से लाखों-करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
मणिपुर के मसले पर संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हंगामा हो रहा है. विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की है और इसको लेकर लगातार बवाल हो रहा है.
सरकार ने गृह मंत्री के बयान की बात कही थी, जिसके बाद विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया है और अब इसपर 8 अगस्त से चर्चा शुरू होगी जिसका जवाब 10 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी देंगे.