Narasimha Jayanti 2023: भगवान नृसिंह की इंदौर में निकली सवारी, हजारों श्रद्धालु हुए शामिल

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Narasimha Jayanti 2023: भगवान नृसिंह की इंदौर में निकली सवारी, हजारों श्रद्धालु हुए शामिल

Indore: भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नृसिंह की जयंती गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाई गई। इस अवसर पर इंदौर प्राचीन नृसिंह मंदिर नृसिंह बाजार में सुबह प्रभातफेरी और शाम को भगवान की सवारी निकली। इस अवसर पर 225 साल पुराने भगवान नृसिंह के मुखौटे को पहनकर भगवान के खंभ फाड़कर प्रकट होने के दृश्य को देखने हजारों श्रद्धालु मंदिर पर जुटे।

भगवान नृसिंह के मुखौटे पर स्वर्ण वरक चढ़ाया गया। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं के मुखौटे पर साज-सज्जा की गई। पुजारी छोटेलाल शर्मा ने बताया कि भगवान नृसिंह की मूर्ति होलकर राजवंश के छठे शासक यशवंतराव प्रथम को महेश्वर के जंगल में शिकार के दौरान खोह में मिली थी। इस मूर्ति को होलकर शासक युद्ध में अपने साथ सम्मान के साथ ले जाते थे। वापस लौटने पर विधिवत पूजन कर फिर प्रतिष्ठित किया जाता था।

जयंती पर गुरुवार को सुबह सात बजे मंदिर से प्रभातफेरी निकली और राजवाड़ा का भ्रमण किया। इससे पहले सुबह पांच बजे मंदिर प्रांगण में ही 21 विद्वानों द्वारा श्रीसूक्त व पुरुषसुक्त के पाठ और दूध, दही, शहद और केसर से निर्मित पंचामृत अभिषेक किया गया। सुबह नौ बजे प्रभातफेरी के वापस आने पर मंदिर में काकड़ा आरती हुई। आरती के पश्चात माखन मिश्री के प्रसाद का वितरण हुआ। सुबह 11 बजे विद्वान पंडित बसंत खटोड़ द्वारा भगवान के प्राकट्य उत्सव का कथा वाचन किया।

दोपहर 12 बजे उत्सव आरती हुई। शाम पांच बजे से डाकन, शंडा, हनुमान जी, ब्रह्मा, विष्णु के बाद शाम को छह बजे महाराजा हिरण्यकश्यप की सवारी निकली। सबसे आखिरी में भगवान नृसिंह का प्राकट्य हुआ। इसमें भगवान खंभ फाड़ कर प्रकट हुए। शोभायात्रा ने सीतलामाता बाजार, गणेश मंदिर से बद्रीनारायण मंदिर नरसिंह बाजार तक तीन परिक्रमा लगाई। भगवान की सवारी को निहारने हजारों श्रद्धालु पहुंचे।

जांगड़ा पोरवाल समाज द्वारा आयोजित दो दिनी नृसिंह जयंती महोत्सव में गुरुवार सुबह आठ बजे छत्रीबाग स्थित नृसिंह मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। अध्यक्ष सुभाष धनोतिया ने बताया कि इसमें अष्टधातु के भगवान नृसिंह के विग्रह का पूजन हुआ।

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