ऐसा भइया मिलेगा नहीं, जब चला जाऊंगा, तब याद आऊंगा', बोले मुख्यमंत्री शिवराज
सीहोर/भोपाल। ‘ऐसा भइया मिलेगा नहीं, जब चला जाऊंगा, तब याद आऊंगा।’ महिलाओं तथा बच्चों के बीच ‘मामा’ के रूप में पहचाने जाने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह बयान सीहोर जिले के लाड़कुई में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम का है। सीएम चौहान ‘मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना’ के तहत तेंदुपत्ता संग्राहकों के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे और उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। चौहान कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं और अन्य लोगों को संवाद की शैली में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘ऐसा भइया मिलेगा नहीं, जब चला जाऊंगा, तब याद आऊंगा। मैंने मध्यप्रदेश में राजनीति की परिभाषा बदल दी है। हमारे गरीब भाई बहनों, किसान भाई बहनों, आपने वर्षों तक देखा है, कांग्रेस का राज। बताओ, कभी जनता के लिए ऐसी चिंता होती थी क्या। बोलके बताओ होती थी कि क्या। अरे मैं कोई सरकार थोड़े चलाता हूं। मैं परिवार चलाता हूं परिवार। आप सब मेरे परिवार हैं। परिवार हैं मेरे।’
दरअसल राज्य में नवंबर दिसंबर माह में विधानसभा चुनाव हैं। राज्य में लगभग बीस वर्षों से सत्तारुढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए भरसक कोशिश में जुटी हुयी हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। इस बीच शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ कथित एंटी इंकंबेंसी (सत्ता विरोधी रुझान) फेक्टर की सूचनाओं के बीच केंद्रीय नेतृत्व द्वारा चौहान की कथित अनदेखी की खबरें भी सोशल मीडिया में तैर रही हैं।
राजनैतिक प्रेक्षकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के ठीक पहले राज्य की राजनीति में मौजूदा हालातों के बीच चौहान के सीहोर जिले के कल के बयान के मायने निकाला जाना स्वाभाविक है। राज्य की राजनीति पर बारीकी से नजर रखने वाले ‘राजनैतिक पंडित’ इस बयान का अपने अपने तरीके से गूढ़ अर्थ खोजने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी 25 सितंबर को भोपाल में आयोजित कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल होने आए थे। उस दिन
उन्होंने मंच से चौहान समेत किसी भी नेता के नाम का उल्लेख नहीं किया और न ही राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र किया। इस घटनाक्रम के भी सियासी मायने लगाते हुए सत्ता के गलियारों में कई तरह की अटकलबाजियां लगायी जा रही हैं।